बांदा : ससुराल वालों के जुल्म से परेशान होकर एक विवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले महिला ने व्हाट्सएप में स्टेटस पर लिखा कि ‘मैं ढाई साल से ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग थी, केवल अपने बच्चे के लिए जुल्म सहकर भी जिंदा थी। अब और ससुराल वालों का जुल्म नहीं सह सकती।मेरे बच्चे को भी यहां जान का खतरा इसलिए मायके वालों को सौंप दिया जाए।’
शहर कोतवाली क्षेत्र के आजाद नगर में 28 वर्षीय अफसीन ने मंगलवार की शाम फांसी लगा ली। मृतका की ढाई साल पहले आजाद नगर मोहल्ले में शाहिद से शादी हुई थी, उसका एक बेटा भी है। मृतका के परिजनों का कहना है कि ससुराल वाले दहेज को लेकर बेटी को प्रताड़ित करते थे। मंगलवार की शाम बेटी ने अपने व्हाट्सएप पर जो स्टेटस लगाएं, उसे पढ़कर हम लोगों को आशंका हुई कि बेटी के साथ कुछ अनहोनी हुई है। इसलिए हम लोग तुरंत बेटी के ससुराल पहुंचे लेकिन तब तक बेटी फांसी लगा चुकी थी और ससुराल वाले बेटी को फांसी के फंदे से उतार कर अस्पताल जहर ले जा रहे थे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बेटी ने आत्महत्या करने से पहले व्हाट्सएप पर लगाए अपने स्टेटस पर लिखा है कि ‘मैं सबको बताना चाहती हूं कि मैं पिछले ढाई साल से ससुराल वालों के अत्याचार सह रही हूं अब मुझसे और अत्याचार सहा जा रहा है । मुझे मरने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मेरी मौत के जिम्मेदार मेरे ससुराल वाले हैं। पुलिस से गुजारिश है कि मेरे गुनाहकारों को सजा जरूर दें। मम्मी पापा मुझे माफ करना मैं दुनिया छोड़कर जा रही हूं।’ इसी तरह एक अन्य स्टेटस पर लिखा गया है कि ‘मैं अब तक सिर्फ अपने बेटे के लिए ससुराल वालों का जुल्म सह रही थी लेकिन अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है। उसने स्टेटस पर लिखा है कि मेरी गुजारिश है कि मेरे बेटे को मेरे मायके वालों को सौंप दिया जाए क्योंकि यहां उसकी जान को भी खतरा है।’
इस संबंध में क्षेत्राधिकारी नगर गवेंद्र पाल गौतम ने बुधवार को बताया कि एक दिन पूर्व मंगलवार की शाम महिला अफसीन पत्नी शाहिद ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। इसकी जानकारी मृतका के ससुराल वालों ने पुलिस को नहीं दी बल्कि मायके वालों ने घटना की जानकारी देते हुए ससुराली जनों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। जिसके आधार पर अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। घटना के बाद से ससुराल वाले फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।